तीन वर्षों में डिजिटल लेनदेन में 88 फीसदी की वृद्धि
नयी दिल्ली। देश में डिजिटल भुगतान के लिए यूपीआई सबसे लोकप्रिय विकल्प बन चुका है और पिछले तीन वर्षों में डिजिटल लेनदेन में 88 फीसदी की बढोतरी दर्ज की गयी है। वर्ष 2020-21 में 22 अरब से अधिक लेनदेन हुये हैं।
वित्त राज्य मंत्री भगवत किशनराव कराड़ ने आज राज्यसभा में यह जानकारी देते हुये कहा कि सरकार द्वारा उठाये गये कदमों से व्यापक बदलाव आया है और पिछले तीन वर्षों के डिजिटल लेनदेन के आंकड़ों से यह साफ पता चलता है।
उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक द्वारा उपलब्ध कराये गये आंकड़ों के अनुसार पिछले तीन वर्षों में डिजिटल लेनदेन में 88 प्रतिशत की बढोतरी हुयी है। उन्होंने कहा कि डिजिटल लेनदेन प्लेटफॉर्म पूरे देश में कहीं भी और कभी भी भुगतान के लिए उपलब्ध है इसलिए इसमें राष्ट्रीय स्तर के आंकड़े आते हैं।
वित्त राज्य मंत्री ने नेशनल पेमेंट्स कार्पोरेशन ऑफ इंडिया के हवाले से कहा कि यूपीआई डिजिटल भुगतान का सबसे लोकप्रिय प्लेटफॉर्म बनकर उभरा है। वर्ष 2020-21 में 22 अरब लेनदेन हुये हैं जिसमें पिछले तीन वर्षों में चार गुना बढोतरी हुयी है। इसके साथ ही आधार आधारित भुगतान में पिछले चार वर्षों में नौ गुना बढोतरी हुयी है।