किसी को मिली ख़ुशी तो किसी को रास नहीं आया आम बजट
दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार यानी एक फरवरी 2022 को साल 2022-23 के लिए देश का आम बजट पेश किया है। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इसे निराशाजनक करार दिया है।उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार ने पांच राज्यों में होने वाले आगामी चुनावों को देखते हुए यह बजट पेश किया है। यह बजट पूरी तरह से निराशाजनक है।
वही देश के प्रधानमत्री ने लगातार चौथा केंद्रीय बजट पेश करने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बधाई दी। इसके बाद उन्होंने विपक्षी सदस्यों से भी मुलाकात की और उनका अभिवादन करने के लिए गलियारे में गए। लोकसभा स्थगित होने के बाद प्रधानमंत्री को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता सुदीप बंदोपाध्याय और सौगत राय से सदन के वेल में बात करते हुए देखा गया। इसे लेकर सौगत राय ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री से पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को बुलाने के लिए कहा जो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ सार्वजनिक विवाद में फंसे हुए हैं।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कांग्रेस के केरल से सदस्य कोडिकुन्निल सुरेश और गोवा से सदस्य फ्रांसिस्को सारदिन्हा से भी बातचीत की। फ्रांसिस्को ने बताया कि प्रधानमंत्री ने दिसंबर में हुए गोवा स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के बारे में पूछा। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी का भी गर्मजोशी से अभिवादन किया और पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा से हाथ मिलाते हुए नजर आए।
इसके साथ ही उन्हें जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्लाह, द्रमुक सदस्य दयानिधि मारन और आरएसपी के सदस्य एनके प्रेमचंद्रन का अभिवादन भी किया। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सदस्य देवरायुलु लवु, निर्दलीय सदस्य नवनीत राणा को भी प्रधानमंत्री का अभिवादन करते हुए देखा गया। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बजट पेश होने के तुरंत बाद लोकसभा से चले गए थे। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इस बजट को निराशाजनक बताया है।
विपक्ष का कहना है कि मोदी सरकार का ये बजट उम्मीदों भरा नहीं है।