दूसरी गढ़वाल राइफल्स के स्थापना दिवस पर पूर्व सैनिकों व वीर नारियों को किया समानित
देहरादून। रविवार को सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी देहरादून के गढ़ी कैंट स्थित गढवाल रायफलस् युनिट में दूसरी गढवाल रायफलस् के 121वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में र्प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उनके द्वारा वीर नारियों को सम्मानित भी किया गया।
सैनिक कल्याण मंत्री ने दूसरी गढवाल रायफलस् के यूनिट समस्त अधिकारियों और जवानों तथा उनके परिजनों को युनिट के 121वें स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उन्हें जब भी सेना की ओर से ऐसे आयोजनों के आमंत्रित किया जाता है वह दौड़े चले आते हैं। उन्होंने कहा कि ‘‘ऐसे आयोजन मुझे मेरे सेना के दिनों की यादों को तरो-ताजा कर देते हैं और मुझमें वही पुराना वाला जोश और जज्बा जगा देते हैं। उन्होंने बताया कि उनके ट्रेनर नायक अवतार सिंह भी दूसरी गढ़वाल से ही थे।
उन्होंने कहा कि मातृभूमि की रक्षा करने वाले हमारे सैनिकों को उनका वाजिब सम्मान देने की परम्परा भाजपा द्वारा ही प्रारम्भ की गई। अटल विहारी वाजपेयी जी की सरकार के समय से ही सरहद पर शहीद होने वाले अमर सपूतों के पार्थिव शरीर को पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनके परिजनों तक पहुंचाने और पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करने की परम्परा प्रारम्भ की गई। शहीदों के परिवारों की आजीविका सुनिश्चित करने के लिए शहीदों के परिवारों को पेट्रोल पंम्प आवंटित करेन की परम्परा भी भाजपा ने ही प्रारम्भ की। वन रैंक वन पैंशन की मांग को पूरा करने के लिए बीस हजार पांच सौ करोड़ की व्यवस्था नरेन्द्र मोदी की सरकार ने की। राज्य सरकार में सैनिक कल्याण मंत्री के तौर पर हमने तय किया है कि सरहद पर शहीद होने वाले वीरों के परिवार से एक सदस्य को उसकी योग्यता के अनुसार नौकरी देने का कार्य किया जाएगा। हमने तय कि कि सचिवालय, विधानसभा में अपने कार्यों के लिए आने वाले सैनिकों का पहचान पत्र ही उनका पास होगा। राज्य के अमर शहदों की यादों को युगों – युगों तक जीवित रखने के लिए राज्य में एक भव्य और दिव्य सैन्यधाम निर्मित होने जा रहा है।
इस अवसर पर दूसरी गढ़वाल रायफल के सेवानिवृत्त अध्यक्ष सुबेदार सरेन्द्र सिंह, सचिव सुभाष नौडियाल, संरक्षक कर्नल डीपीएस कठैत, मेजर रधुनंदन करणवाल, कैप्टन राम सिंह रावत, 12वीं गढ़वाल रायफल के कमान अधिकारी कर्नल एसके महापात्रा सहित, सेवा निवृत्त जेसीओ, पूर्व सैनिक एवं वीर माताएं, वीर नारियां उपस्थित रहे।